ऋषि कपूर 63 साल के हो
चले हैं...लेकिन हरकतें अब भी इनकी चिंटू बाबा वाली ही हैं...जनाब का संबंध
बॉलिवुड की फर्स्ट फैमिली यानि कपूर खानदान से है...आजकल इन्हें फिल्मों में
एक्टिंग से ज़्यादा मज़ा ट्विटर पर औरों को टीज़ करने में आ रहा है...ठीक वैसे ही
बेहूदगी के अंदाज़ में जैसे कि केआरके (कमाल राशिद ख़ान) जैसा नमूना करता रहा
है...
ऋषि कपूर को भी शायद ये
गलतफ़हमी हो गई है कि उनका सेंस ऑफ ह्यूमर गज़ब का है...और वो जो कुछ भी
उल्टा-सीधा ट्वीट करते हैं, वो बहुत पसंद किया जाता है...इसी चक्कर में वो शालीनता
की हदें भी पार कर रहे हैं...उनके तीन ट्वीट हाल में काफ़ी विवादित हुए हैं...सबसे
ताज़ा मामला बीते ज़माने की एक्ट्रेस राखी गुलज़ार को लेकर उनके ट्वीट का
है...
राखी उम्र में ऋषि से 6 साल बड़ी हैं...कई फिल्मों में दोनों साथ काम भी कर
चुके हैं...’कभी-कभी’ में ऋषि ने राखी के बेटे का किरदार निभाया था...’दूसरा आदमी’ में ऋषि ने ऐसे लड़के का किरदार निभाया था जो अपनी उम्र से बड़ी महिला (राखी)
को प्रेमिका के तौर पर देखने लगता है...संयोग है कि इसी फिल्म को ए दिल है मुश्किल
के नाम से दोबारा बनाया जा रहा है...इसमें ऋषि वाला किरदार उनके बेटे रणबीर कपूर
निभा रहे हैं और राखी वाले रोल में ऐश्वर्या राय बच्चन को कास्ट किया गया है...
हां तो बात हो रही थी ऋषि
कपूर के ताजा ट्वीट की...ऋषि कपूर ने रक्षा बंधन के मौके पर राखी बांधने को अपने
ह्यूमर का टच देने की कोशिश की है...ऋषि कपूर ने इसके लिए सत्तर के दशक की फिल्म 'कस्मे वादे'
का एक फोटो अपलोड किया है...इसमें एक्ट्रेस राखी
एक खंभे से बंधी दिख रही हैं...इस फिल्म में राखी के साथ अमिताभ बच्चन और रणधीर
कपूर (ऋषि कपूर के बड़े भाई) की अहम भूमिकाएं थीं...ऋषि कपूर ने फोटो के साथ ही
लिखा है-
Visuals for tying ‘Rakhee’.
Enjoy sisters! (‘राखी’ को बांधने का दृश्य, बहनें आनंद लें)...
अगर ऋषि कपूर अपनी इस
बेहूदगी को ह्यूमर मानते हैं तो सिर पीट लेने को दिल करता है...एक सीनियर एक्ट्रेस
को इस तरह मज़ाक का विषय बनाना...वो भी राखी जैसे त्योहार के साथ जोड़कर...ऋषि जी
आपने सिर्फ एक्ट्रेस राखी का ही नहीं बल्कि बहन-भाई के पवित्र रिश्ते का भी उपहास
उड़ाया है...
लगता है ऋषि जी, ट्विटर
पर खास तौर पर महिलाओं का मज़ाक उड़ाना आपका शगल बन गया है...राखी से पहले भी आपने
अभी हाल में ट्विटर पर दो और महिलाओं को भी अपने तथाकथित ह्यूमर का निशाना
बनाया...इनमें एक महिला अमेरिका के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन थीं
तो दूसरी अमेरिकी टेलीविजन स्टार किम
कार्दाशियन.... हिलेरी क्लिंटन के लिए फोटो के साथ ऋषि कपूर ने ये ट्वीट
किया-
“इतिहास खंगाला जा रहा है...ABjr (अभिषेक बच्चन) का
इसके लिए शुक्रिया...अगर ये सही नहीं था, तो इसने बुरा
स्वाद छोड़ा होगा”…
दरअसल ऋषि कपूर की मंशा
उस कुख्यात घटना की ओर इशारा करने की थी जिसमें हिलेरी क्लिंटन के पति और अमेरिका
के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और व्हाईट हाउस की पूर्व इंटर्न मोनिका लेंविस्की
शामिल बताए गए थे...ऋषि कपूर को हिलेरी पर ऐसा ट्वीट करने के लिए ट्विटर यूजर्स ने
ट्रॉल किया...लेकिन ऋषि पर कोई असर नहीं पड़ा...
कुछ ही दिन बाद ऋषि कपूर
ने अपने ट्वीट के ज़रिए किम कार्दाशियन की खिल्ली उड़ाई...उन्होंने किम के एक फोटो
के साथ उनकी ड्रेस की तुलना प्याज की बोरी से कर डाली...ऋषि कपूर ने साथ ही ट्वीट
में लिखा- मैश बैग में प्याज...
इस पर एक ट्विटर यूजर ने लिखा- “चिंटू सर, आपकी उम्र के साथ आपकी
शरारतें बढ़ रही हैं”…
अब सवाल यहां ये उठता है
कि ऋषि कपूर एक के बाद एक महिलाओं को ही ऐसे बेहूदे ट्वीट्स का निशाना क्यों बना
रहे हैं...इस तरह अपना वक्त जाया करने की जगह ऋषि कपूर को कुछ कंस्ट्रक्टिव सोचना
चाहिए...ये भी गौर करना चाहिए कि वो किस ग्रेट राज कपूर के बेटे हैं...उनके पिता
ने बॉलिवुड को दुनिया में पहचान दिलाने वाला जो बैनर आरके फिल्म्स खड़ा किया था,
वो आज किस धूल के पीछे खो गया है...
दरअसल, यहां फर्क समझना
होगा, राज कपूर बहुत युवा थे तभी उन्होंने अपनी काबलियत और मेहनत से आरके फिल्म्स
का बैनर खड़ा कर दिया था...ऐसा नहीं कि राज कपूर के पिता पृथ्वीराज कपूर कोई छोटी
मोटी हस्ती थे...लेकिन पृथ्वीराज कपूर ने राज कपूर को खुद अपनी मेहनत से कुछ बनने
का जज़्बा सिखाया...
राज कपूर ने अपने करियर की शुरुआत क्लैपर बॉय के तौर पर
की...फिर निर्देशक केदार शर्मा का असिस्टेंट बनकर फिल्ममेकिंग की बारीकियां
सीखीं...राज कपूर ने इसके लिए कड़ी मेहनत की...बेटों के जवान होने से पहले ही राज
कपूर इंडस्ट्री के ‘द ग्रेट शोमैन’ बन गए थे…उन्होंने ‘कल, आज और कल’ से बड़े बेटे
रणधीर कपूर को लॉन्च किया...फिर ऋषि कपूर को पहले बाल कलाकार के तौर पर ‘मेरा नाम जोकर’ में और फिर हीरो के रुप
में ‘बॉबी’ से इंडस्ट्री को रू-ब-रू
कराया...सबसे छोटे बेटे राजीव कपूर ने किसी और निर्देशक के साथ अपने करियर की शुरुआत की लेकिन राजीव को भी
उनकी सबसे बड़ी हिट फिल्म ‘राम तेरी गंगा
मैली’ पिता राज कपूर ने
ही दी....
कहने का निचोड़ यही है कि
अपने बेटों को राज कपूर ने मुंह में चाँदी के चम्मच की तरह बॉलिवुड का करियर
दिया...लेकिन अपनी युवावस्था में जो मेहनत की थी वो पाठ बेटों को सिखाना शायद भूल
गए...अगर ऐसा किया होता तो ऋषि कपूर भी आज बेहूदे ट्वीट्स की जगह फिल्म इंडस्ट्री
को कुछ पॉजिटिव देने की सोच रहे होते...महिलाओं पर भद्दे मज़ाक करने की जगह आरके फिल्म्स
में दोबारा जान फूंकने की बात सोच रहे होते...
जोरदार कटाक्ष
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (19-08-2016) को "शब्द उद्दण्ड हो गए" (चर्चा अंक-2439) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'