ओए हम ब्लॉगर्स फन्नेखांओं का झुंड,
सुनसानी
हाट, अब ऐसी हाट,
रख
दिल पे हाथ,
हम
साथ-साथ बोलो क्या करेंगे,
उंगली
करेंगे, उंगली करेगे, उंगली करेंगे...
ओए
जीव जंतु सब सो रहे होंगे,
भूत
प्रेत सब सो रहे होंगे,
ऐसी
रात ब्लॉगिंग कर रख दिल पे हाथ,
हम
साथ साथ, बोलो क्या करेंगे,
उंगली
करेंगे, उंगली करेंगे, उंगली करेंगे...
हुर्र,
हुर्र, हुर्रर्र...
जलता,
फुंकता, जलता, फुंकता, कुढ़ता,
सारी
पोस्ट, सारे स्टेट्स बजाता,
तभी
तो ब्लॉगर कहलाता,
परेड
थम...
जलता,
फुंकता, कुढ़ता आहो,
सारी
पोस्ट बजाता आहो,
तभी
तो ब्लॉगर कहलाता,
परेड
थम...
होए
लिख लिख के पोस्ट अपना,
हो
लिख लिख के पोस्ट अपना,
लिख
लिख के पोस्ट अपना,
नाम
करेंगे, नाम करेंगे, उंगली करेंगे...
ओए
जीव जंतु सब सो रहे होंगे,
भूत
प्रेत सब सो रहे होंगे,
ऐसी
रात ब्लॉगिंग कर रख दिल पे हाथ,
हम
साथ साथ, बोलो क्या करेंगे,
उंगली
करेंगे, उंगली करेंगे, उंगली करेंगे...
ओ
जंगली आग़ सी भड़कती होगी,
ओए
लकड़ी दिल की भी सुलगती होगी,
ओ
जंगली आग़ सी भड़कती होगी,
ओए
लकड़ी दिल की भी सुलगती होगी,
ऐसी
रात ब्लॉगिंग कर रख दिल पे हाथ,
हम
साथ साथ, बोलो क्या करेंगे,
उंगली
करेंगे, उंगली करेंगे, उंगली करेंगे...
अब सुनिए ये गाना, डबल मज़ा आएगा-
वाकई यार ..
जवाब देंहटाएंऔर हम क्या कर पायेंगे
उंगली करेंगे !
हमारे साथ आकर बैठे हो
तो हम क्या करेंगे
उंगली करेंगे !
सतीश भाई,
हटाएंआप तो यारों के यार हैं...
आप उंगली करने वालों के उंगली करते हैं...
जय हिंद...
:D :D
जवाब देंहटाएंbadhai bhaiya jee :)
मुकेश भाई,
हटाएंआपका भैयाजी कहने का स्टाइल बड़ा चकाचक है...
जय हिंद...
भैया जी श्माइल प्लीज़ :)
हटाएंजय हिंद...
शुभकामनायें। ऊंगली सलामत रहे बहुत दिन तक।
जवाब देंहटाएंबने चाहे दुश्मन ज़माना हमारा,
हटाएंसलामत रहे उंगलाना हमारा...
जय हिंद...
:-)
हटाएंवैसे गाने के साथ वाकई में डबल मज़ा आ गया ....
जवाब देंहटाएंपोस्ट तीन चीज़ों से हिट होती है-
हटाएंएंटरटेनमेंट, एंटरटेनमेंट और एंटरटेनमेंट...
जय हिद...
really
हटाएंये स्टाईल बढिया है अंगुली करने का
जवाब देंहटाएंऐसे ही अंगुलियाते रहिये
प्रणाम स्वीकार करें
अन्तर भाई,
हटाएंउंगली तो उंगली है, उंगली ही करेगी...
जय हिंद...
ऊँगली करेंगे.. हम राजनीति के लिये उपयोग करते हैं..
जवाब देंहटाएंबढ़िया है.. आपको बधाई है खुशदीप भाई..
विवेक भाई शुक्रिया...
हटाएंराजनीतिज्ञों के पीछे सारे ब्लॉगर लगा दो...राजनीति भूल जाएंगे...
जय हिंद...
खुशदीप साब, बस ऐसे ही बजाते रहो... बधाई और शुभकामना...
जवाब देंहटाएंसंजय जी,
हटाएंबजने-बजाने की इस दुनिया में आपका स्वागत है...
जय हिंद...
उंगली करना ना छोड़ेंगे
जवाब देंहटाएंउंगली करेंगे उंगली करेंगे।
द्विवेदी सर आप ने तो उस गाने की याद दिला दी...
जवाब देंहटाएंआज ना छोड़ेंगे हम हमजोली, खेलेंगे हम होली...
जय हिंद...
ब्लॉग कुंड,
जवाब देंहटाएंब्लॉगों का झुण्ड
ब्लॉगर्स के साथ,
हम दिन और रात,
बोलो क्या करेंगे...
ऊँगली करेंगे...
साधू-संत सब सोते होंगे
जलने वाले रोते होंगे
ब्लॉगर्स के साथ,
हम दिन और रात,
बोलो क्या करेंगे...
ऊँगली करेंगे...
ग़ालिब ख़याल अच्छा है :-) हा हा !
जवाब देंहटाएंअरविंद जी के हंसते ही महफिल पर हंसी छा गई...छा गई...
हटाएंजय हिंद...
उंगलियाँ करते रहेSSSS सारी रात हमSSSSS आपकी कसम!!
जवाब देंहटाएंबड़ी मोटी चमड़ी के होते हैं ये उँगली करने वाले..शर्मो हया से कोसों दूर
जवाब देंहटाएंब्लॉग लेखन के प्रति पूरी कर्मठता से लगे रहें एक बार फिर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ !
इक बारी ते लग्ग्या , ऐ खुशदीप नु की हो ग्या !
जवाब देंहटाएंतां पता चल्ल्या , टीचर्स नाळ पैठ गे सी. :)
उन्गलिमाल दी जय !
धांसू, डॉ. साहब!
हटाएंआपकी इस प्रतिभा को देखकर इंडी ब्लॉगर वाले भी धन्य हो गए होंगे:)
जवाब देंहटाएं.
.इतनी शिष्ट भाषा में लेखन को देखकर लगता है कि ब्लॉग्गिंग का भविष्य उज्ज्वल है।
करते रहिये आपको जो अच्छा लगे।
वैसे संतोष भाई, सतीश सक्सेना जी ने अपनी फेसबुक वॉल पर ईंडीब्लॉगर को लेकर मेरे ऊपर जो पोस्ट लिखी थी, उसमें आपकी इस टिप्पणी में शिष्टाचार कूट-कूट कर भरा था...
हटाएंसंतोष त्रिवेदी- "खुशदीप भाई चाहें तो यह सम्मान राखी पर 'नारी'को भेंट कर दें"
इस पर मेरा जवाब था- "संतोष भाई- जाकि रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी ...वैसे मज़ाक मेरे तक ही सीमित रहना चाहिए"...
ये वार्तालाप यहां पढ़ा जा सकता है-https://www.facebook.com/satish1954?fref=ts&ref=br_tf
दूसरों पर मज़ाक किया जाए तो उसे सहना भी आना चाहिए...
जय हिंद...
खुशदीप जी....वह व्यंग्य या humar था पर अश्लील शब्द नहीं था। मेरी आपत्ति केवल विशेष शब्द से है बाकी आप किसी की भी आलोचना करने के लिए स्वतंत्र हैं। उसका बुरा मैं भी नहीं मानता।
हटाएंसंतोष जी,
हटाएंसेंस ऑफ ह्यूमर को समझना और आलोचना को स्वीकार करना दोनों ही अच्छी बात है...आपने ऐसा किया, इसके लिए शुक्रिया...
वैसे मेरी पोस्ट में क्या अश्लील है, अगर आपका आशय 'उंगली' से है तो पूरी हिंदी बेल्ट में 'उंगली करना'एक मुहावरे के तौर पर प्रचलित है जिसका आशय पंगा लेना समझा जाता है...
वो कहते हैं ना..."beauty lies in the eyes of the beholder "
जय हिंद...
भाई माफ़ करना। मुझे अटपटा लगा इसलिए बोल दिया। यह शैली छुटभैये (हम जैसों को) भले ही सूट करे,आप जैसे वरिष्ठ से यह उम्मीद नहीं रहती।
हटाएंचलिए अंत भला तो सब भला...वैसे मुझे वरिष्ठ कह कर ज़बरन रिटायरमेंट की तरफ़ मत ढकेलिए...मैं भी छुटभैया ही भला...
हटाएंजय हिंद...
मगर ध्यान रखिये ,अब आप सम्मानित हैं:)
हटाएंकौन सी उंगली (!!!)
जवाब देंहटाएंशाश्त्र का मत है कि मध्यमा उंगली ही अच्छा उपचार करती है.:)
हटाएंरामराम.
जलता, फुंकता, कुढ़ता आहो,
जवाब देंहटाएंसारी पोस्ट बजाता आहो,
तभी तो ब्लॉगर कहलाता,
परेड थम...
:) ... क्या बात है खुशदीप भाई जी :)
सब एक -से एक धुरन्धर .... "अमर" जी की याद आई ..बहुत बेहतरीन कहते .... आप सबके बीच ...
जवाब देंहटाएंअर्चना जी,
जवाब देंहटाएंडॉ अमर जी जैसा ज़िंदादिल व्यक्तित्व ना इस दुनिया में पहले कोई हुआ है, ना है और ना ही आगे कभी होगा...कल उनकी दूसरी पुण्यतिथि है...उन्हें शत-शत नमन...अर्चना जी ये लिंक भी देखें...
https://www.facebook.com/photo.php?fbid=10201762282720571&set=a.2475389725873.2139382.1286365147&type=1&theater
जय हिंद...
हमारे पास और कुछ तो है नही, ले दे के बिचारी उंगली ही तो है जिसे एक्सरसाईज करवानी पडती है वर्ना गठिया वायु से ग्रसित हो सकती है.:)
जवाब देंहटाएंजब भी करो बस उंगली ही करो.
रामराम.
वैसे खुशदीप भाई, आपने जो लिंक लगाया है, यह गाना तो मैंने अभी सुना, यह गाना चुराया हुआ है। क्योंकि स्कूल के दिनों में यह गाना हमारे दोस्तों में बहुत मशहूर था ;-)
जवाब देंहटाएंऔर मैंने ऊपर की लाइन उसी को याद करके बनाई थी ;-)
deri se aane ke liye maafi sir ji ,
जवाब देंहटाएंaward kee badhaayi
party ?
जय हो, साबुन भी दे देना था..
जवाब देंहटाएंसम्मान की ढेरों बधाइयाँ..
जवाब देंहटाएंक्यों? अंगूठे का क्या किए ?
जवाब देंहटाएंद्रोणाचार्य को दे आए? :-)