जीने के फंडे विजय माल्या स्टाइल...खुशदीप
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मंगलवार, जनवरी 18, 2011
पोस्ट पढ़ने से पहले दो बातें...
पहली वैधानिक चेतावनी...अल्कोहल का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है...
दूसरा मेडिकली टेस्टेड फॉर्मूला...हंसना स्वास्थ्य के लिए अति लाभदायक है...
अब इन दोनों बातों को ध्यान में रखते हुए आगे जो लिखा है, उसे पढ़ें...
गिलास में आधा पानी डला हो तो...
नकारात्मक सोच वाला कहता है-गिलास आधा खाली है...
सकारात्मक सोच वाला कहता है-गिलास आधा भरा है...
लेकिन विजय माल्या जैसी प्रैक्टीकल सोच वाला आदमी कहता है...
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इस गिलास में 60 एमएल व्हिस्की मिलाओ और बोलो...चीयर्स...
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रम + पानी....लिवर प्रॉब्लम
व्हिस्की + पानी...किडनी प्रॉब्लम
वाइन + पानी...हॉर्ट प्रॉब्लम
देसी +पानी...कैंसर प्रॉब्लम
मक्खन ढक्कन से...
ये साला पानी ही ख़राब है....
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स्लॉग ओवर
ढक्कन ने मक्खन से पूछा...तेरी पत्नी का नाम क्या है...
मक्खन...गूगल कौर
ढक्कन...ये भला कैसा नाम हुआ...
मक्खन...मैं दोस्त के ठिकाने पर हूं या किसी ठेके पर या कहीं ओर, ये मुझे हमेशा ढूंढ ही लेती है...
सच्ची मे पानी ही खराब हे जी यकीन ना हो तो गुगल कॊर से पूछ लो
जवाब देंहटाएं:-) :-) :-)
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति पर हार्दिक बधाई.
जवाब देंहटाएंढेर सारी शुभकामनायें.
गूगल कौर जी को हमारा प्रणाम कहियेगा !
जवाब देंहटाएंबाकी आप से सहमत हूँ कि आजकल पानी में ही कुछ गड़बड़ है ... पहले वाला पानी अब नहीं रह गया !
जय हिंद !
मेरठ का पानी हँसाता खूब है।
जवाब देंहटाएंये भी पानी शुद्ध करके पीने का आजमाया हुआ तरीका है जी, सच में :)
जवाब देंहटाएंप्रणाम
गूगल सिंह भी ढूंढ ही लेते हैं। हा हा हाह हा।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रस्तुति !!
जवाब देंहटाएंहा हा हा बढिया प्रस्तुति। जै हो गूगल कौर जी की। आशीर्वाद।
जवाब देंहटाएंडिस्टील वाटर डाल लो.
जवाब देंहटाएंअच्छी बात कही है...
जवाब देंहटाएंबिल्कुल पानी गड्बड है जी।
जवाब देंहटाएंहा हा हा गुगलकौर की जय हो
जवाब देंहटाएंgoogle kaur
जवाब देंहटाएंअच्छी प्रस्तुति !!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर!
जवाब देंहटाएंचीयर्स
जवाब देंहटाएंआप हमेशा लाजवाब कर देते हैं...वाह...जी वाह..
जवाब देंहटाएंनीरज
ये साला पानी ही ख़राब है....
जवाब देंहटाएंहमने तो बहुत पहले ही पीना छोड़ दिया था --पानी !
इसीलिये नीट से काम चलाना चाहिये..
जवाब देंहटाएं.
जवाब देंहटाएंकीड़ों को मारने की क्षमता और अन्य अपार एन्टी-सेप्टिक प्रॉपर्टी को देखते हुये ही सरकार इसके पूर्ण निषेध को लेकर आँखें मूँदे हुये है, साथ ही अल्कोहल की बिक्री से मिलने वाला राजस्व का दोहरा लाभ भी मिलता है । ज़हरीली शराब पीने से होने वाली मौतों में राजस्व की यह राशि आवँटित की जाती है । - सूचना सौजन्य : निट्ठल्लीक्स_इँडिया डॉट काम
बताइये भला, विजय माल्या बेचारा गलत क्यों कहेगा ?
वाह वाह.......आज से पानी पिना ही बंद
जवाब देंहटाएंसच है, पानी ही गड़बड है। गूगल कौर को बधाई।
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