Watch: टीम इंडिया का हेड कोच बनने को राहुल द्रविड़ तैयार

 

Rahul Dravid (File


UAE में खेले जा रहे T20 वर्ल्ड कप के बाद अगले दो साल तक राहुल के हेड कोच बनने की ख़बर, रवि शास्त्री का कार्यकाल T20 वर्ल्ड कप तक, ‘द ग्रेट वॉल’ने अंडर-19 टीम और इंडिया-A टीमों को अपनी कोचिंग से नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया



 नई दिल्ली (16 अक्टूबर)।

 द ग्रेट वॉल ऑफ इंडियन बैटिंग रहे राहुल द्रविड़ ने आखिरकार टीम इंडिया का कोच बनना स्वीकार कर ही लिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक यूएई में खेले जाने वाले मौजूदा T20 वर्ल्ड कप के बाद राहुल टीम इंडिया के हेड कोच की कमान रवि शास्त्री से संभाल लेंगे.

 बीसीसीआई की ओर से अभी अधिकृत तौर पर ऐसा एलान नहीं किया है लेकिन राहुल द्रविड़ का अगले दो साल के लिए टीम इंडिया का हेड कोच के तौर पर कार्यकाल पक्का हो गया है

हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में BCCI के एक अधिकारी के हवाले से इस घटनाक्रम की पुष्टि की गई है. इस अधिकारी ने बताया कि बोर्ड राहुल को ये समझाने में सफल रहा कि उन्हें अब भारत की राष्ट्रीय टीम के साथ काम करने के लिए सक्रिय तौर पर आगे बढ़ना चाहिए.

 राहुल ने करीब एक दशक पहले इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया था. लेकिन इस दशक में उन्होंने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स और भारत की अंडर 19 और इंडिया ए टीमों को हेड कोच के तौर पर ट्रेंड किया. राहुल की सरपरस्ती में इन टीमों ने कमाल का प्रदर्शन किया.

 कोच के तौर पर राहुल ने 2014 में राजस्थान रॉयल्स के साथ करियर शुरू किया. इसी टीम के लिए राहुल खुद भी पहले आईपीएल में खेलते थे. राहुल की कोचिंग में पहले साल में ये टीम पांचवें और अगले साल तीसरे नंबर पर रही.

 राहुल ने कोच के तौर पर अगला मिशन भारत की अंडर 19 और इंडिया ए टीमों को तराशने का किया. राहुल की कोचिंग में भारत की अंडर 19 टीम 2016 के अपनी कैटेगरी के वर्ल्ड कप में फाइनल में पहुंची और रनर्स अप रही. इसी टूर्नामेंट से टीम इंडिया को ऋशभ पंत, इशान किशन और वाशिंगटन सुंदर जैसे प्लेयर्स मिले.

अंडर 19 टीम की कोचिंग करने के दौरान ही राहुल ने दिल्ली डेयरडेविल्स को भी 2016 और 2017 के लिए भी कोच किया. हालांकि हितों के टकराव के नोटिस आने की वजह से राहुल को आईपीएल और टीम इंडिया की जिम्मेदारियों में से एक को चुनना था. राहुल ने राष्ट्रीय जिम्मेदारी को आईपीएल से ऊपर रखना बेहतर समझा.

द्रविड़ की पैनी नजर में ही भारत की अंडर 19 टीम 2018 का वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब रही. पृथ्वी शाह की अगुआई वाली इस टीम से भारत को शाह खुद, शुभमन गिल जैसे खिलाड़ी मिले.

 2019 में द्रविड़ ने बैंगलोर में नेशनल क्रिकेट एकेडमी में डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट ऑपरेशन्स का चार्ज संभाला, इसके तहत उन्हें देश भर से युवा टेलेंट को ग्रूम करने की जिम्मेदारी मिली.

 इस साल राहुल को भारत की दूसरे दर्जे की वन डे और टी 20 टीम को श्रीलंका दौरे पर कोच करने की जिम्मेदारी भी मिली. इस दौरे पर कोविड-19 का साया रहा. भारत को वन डे फॉर्मेट में तो जीत मिली लेकिन टी—20 सीरीज में हार का मुंह देखना पड़ा.

अब देखना होगा कि निकनेम Jammy वाले राहुल हेड कोच के नाते टीम इंडिया को कितनी ऊंचाइयों तक ले जाते हैं. इंडियन बैटिंग की कभी चट्टान रहे राहुल हर जिम्मेदारी को परफेक्शनिस्ट की तरह शांत कर्मयोगी की तरह निभाते हैं. 



एक बात तय है कि प्लेयर्स को कोच करते राहुल को इस एड की तरह गुस्सा कभी नहीं आएगा...

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