File Photo Umer Sharif |
इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से अमेरिका ले जाया जा रहा था, रास्ते में तबीयत बिगड़ी, जर्मनी के अस्पताल में ली आखिरी सांस
नई दिल्ली (3 अक्टूबर)।
कॉमेडी का बेताज बादशाह आखिर दुनिया को अलविदा कह गया. जी हां, हम बात कर
रहे हैं उमर शरीफ की. उन्हें एयर एंबुलेंस से अमेरिका ले जाते वक्त उनकी रास्ते
में तबीयत बिगड़ी तो उन्हें जर्मनी के अस्पताल में भर्ती कराया गया. शनिवार 2
अक्टूबर को उन्होंने आखिरी सांस ली.
उमर शरीफ यानि वो शख्स जो अपनी कॉमेडी से दुनिया वालों के पेट में बल डाल
देता था. जिसने पाकिस्तान की सरहद से निकल कर भारत समेत तमाम देशों में अपने कॉमिक
सेंस की वजह से पहचान बनाई. उमर शरीफ की तबीयत पिछले काफ़ी समय से नासाज चल रही
थी. उनका इलाज पाकिस्तान में मुमकिन नहीं था. डॉक्टरों ने उन्हें विदेश ले जाने की
सिफारिश की थी. इस संबंध में उमर शरीफ ने कराची में अस्पताल के बेड से ही
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से विदेश इलाज के लिए भेजने में मदद की अपील
की थी. उमर शरीफ ने इमरान को ये भी याद दिलाया था कि कैसे उन्होंने इमरान की मां
शौकत खानुम के नाम पर कैंसर अस्पताल बनवाने में मदद की थी.
जर्मनी में पाकिस्तान के अम्बेसडर डॉ मोहम्मद फैसल ने ट्विटर पर उमर शरीफ
के निधन की पुष्टि की. एक और ट्वीट में डॉ फैसल ने कहा कि पाकिस्तान के विदेश
मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने उमर शरीफ के शव को वापस कराची लाने के लिए उनके परिवार
को हर मुमकिन मदद देने के निर्देश दिए हैं.
इससे पहले उमर शरीफ की पत्नी ज़रीन उमर ने पाकिस्तान से अमेरिका के लिए
रवाना होने से पहले व्हील चेयर पर बैठे उमर शरीफ की तस्वीर अपने सोशळ मीडिया हैंडल
पर अपलोड की थी.
उमर शरीफ को श्रद्धांजलि देने वालों में भारत के मशहूर स्टैंड अप कॉमेडियन
कपिल शर्मा भी शामिल हैं.
1955 में कराची में जन्मे उमर शरीफ ने बहुत छोटी उम्र यानि 14 साल से ही
स्टैंड अप कॉमेडी शुरू कर दी थी. स्टेज कॉमेडी शोज़ से उनकी खास पहचान बनी. इनमें
उनके बकरा किश्तों पे, बुड्डा घर पर है जैसे नाटक बहुत मशहूर हुए थे. उन्होंने
कई फीचर फिल्मों भी काम किया. 1992 में
फिल्म मिस्टर 420 के लिए उन्हें पाकिस्तान के बेस्ट डायरेक्टर और बेस्ट एक्टर
अवार्ड से नवाज गया. जियो टीवी पर उनका द शरीफ शो भी बहुत पापुलर रहा.
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