केरल में बाढ़ की तबाही के बीच बड़े पतीले में बैठकर शादी के लिए पहुंचे मंदिर, आकाश और ऐश्वर्या को फ़िक्र थी कि कहीं शादी का मुहूर्त न निकल जाए, ये ध्यान रखा कि नए जोड़े के शादी के कपड़े पानी में ख़राब न हो जाएं
नई दिल्ली (19 अक्टूबर)।
कभी सोहनी घड़े में
बैठकर अपने महिवाल से मिलने के लिए चिनाब नदी को पार किया करती थी. लेकिन आज के
युग के सोहनी और महिवाल दोनों को अपनी शादी के लिए बड़े पतीले में बैठकर सड़कों पर
आए सैलाब को पार करना पड़ा. हम बात कर रहे हैं केरल के एक जोड़े आकाश और ऐश्वर्या
की..
आकाश और ऐश्वर्या की 18
अक्टूबर को थलावडी के पनायानुर कावु देवी मंदिर में पूरे रीति रिवाज के साथ शादी
होनी तय थी. बाढ़ के पानी में देवी मंदिर के आधे से ज्यादा डूब जाने के बाद शादी के
लिए मंदिर के परिसर में स्थित हॉल में ऊंचे स्थान पर मंडप की व्यवस्था की गई. आकाश
और ऐश्वर्या दोनों ही चाहते थे कि उनकी शादी जो मुहूर्त का समय निकला, उसी वक्त
संपन्न हो.
आखिरकार आकाश और
ऐश्वर्या की शादी तय मुहूर्त पर ही संपन्न हुई और दोनों ने राहत की सांस ली.
उन्होंने पतीले में बैठ कर ही मंदिर की परिक्रमा भी की.
थाकाजी
के रहने वाले आकाश और अंबालाप्पुझा की रहने वाली ऐश्वर्या वैसे 6 अक्टूबर को कोर्ट
मैरिज कर चुके थे. लेकिन 18 अक्टूबर को पूरे रीति रिवाज के साथ उन्होंने शादी करने
का फैसला किया था. आकाश और ऐश्वर्या दोनों हेल्थ वर्कर हैं. दोनों की शादी के वक्त
गिने चुने ही मेहमान मौजूद रहे.
केरल के
कुट्टुनाड जिले में अलाप्पुझा, कोट्टायम और पठनमिट्ठा जिले आते हैं. यहां 15
अक्टूबर से ही भारी बारिश, जमीन खिसकने की घटनाओं और बाढ़ ने तांडव मचा रखा है. रिपोर्ट
के मुताबिक कम से कम 25 लोगों की जान जा चुकी है. ऐसे में आकाश और ऐश्वर्या को
अपनी शादी मुहूर्त पर संपन्न हो जाना किसी आश्चर्य से कम नहीं लगता