कभी किसी ने सोचा कि
हमारे देश से अंग्रेज़ राज चला गया, वायसराय चले गए...लेकिन जो लाट साहब वाली व्यवस्था
उनके वक्त लागू थी वो कई मामलों में आज़ादी के 72वें साल में भी देश में जारी है...क्यों
आज भी तमाम कलेक्टर जिलों में महलनुमा सरकारी कोठियों में नौकर-चाकरों के हुजूम के
साथ शान-ओ-शौकत वाली ज़िंदगी जीते हैं...क्यों भव्य राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री
आवास, लुटियंस जोन में मंत्रियों, जजों और नौकरशाहों के बड़े बड़े बंगले, राज्यों
में सीएम हाउस, गवर्नर हाउस और मंत्रियों के रहन-सहन के लिए दिल्ली जैसी ही समानांतर
व्यवस्था...आखिर भारत जैसे देश जहां करोड़ों करोड़ों लोगों को हर रोज़ आज भी आधा पेट कर ही
सोने को विवश होना पड़ता है...वहां ये विलासिता का भौंडा प्रदर्शन कहां तक न्यायोचित
है...
इस मामले में पड़ोसी
मुल्क़ पाकिस्तान में नए प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने कुछ अच्छी पहल की हैं...अच्छा
कुछ ‘दुश्मन’ भी करे तो उससे
सीखने में कोई बुराई नहीं...इमरान ने सरकारी फिजूलखर्ची रोकने के लिए खुद को आगे
किया है...उन्होंने पीएम हाउस में ना रह कर 3 बेडरूम अपार्टमेंट में रहने का फैसला
किया है...पीएम हाउस को इंटरनेशनल एजुकेशन हब में तब्दील किया जाएगा जिससे छात्रों
को विश्व स्तरीय शिक्षा सुविधाएं मिल सकें...इसी तरह पाकिस्तान के राज्यों में
स्थित गवर्नर हाउसेज को होटल-रिसॉर्ट्स में तब्दील करने के विचार पर काम किया जा
रहा है जिससे वहां से होने वाली कमाई को गरीबों के कल्याण पर खर्च किया जा सके...
पाकिस्तान के नवेले
कप्तान इमरान ख़ान वहां प्रधानमंत्री के तौर पर कितनी लंबी पारी खेल पाते हैं ये
तो आने वाला वक्त ही बताएगा...
लेकिन इमरान ने जिस
तरह अपनी पारी का आगाज़ किया है वो उम्मीद जगाने वाला है...इमरान को अच्छी तरह पता
है कि उनके मुल्क़ के माली हालात कितने ख़राब है...सालाना कर्ज़ चुकाने के लिए भी
कर्ज़ लेने वाला पाकिस्तान...इमरान ये सूरत बदलना चाहते हैं...इसके लिए सरकारी
फिजूलखर्ची पर लगाम, एक्सपोर्ट बढ़ाना, दुनिया भर में रहने वाले पाकिस्तानियों से
देश में घरेलू बैंकों के जरिए निवेश की अपील, विदेश में काला धन भेजने वालों पर
लगाम और उसे वापस लाने की कोशिश, भ्रष्ट कमाई की सूचना देने वाले को पकड़ी संपत्ति
या रकम में से 25 फीसदी तक इनाम आदि तमाम वो बातें हैं जिन पर इमरान ने फौरी कदम
उठाने की बात कही है...
इमरान ने कहा है कि
20 करोड़ पाकिस्तानियों में सिर्फ 8 लाख पाकिस्तानी टैक्स देते हैं...इमरान ने पाकिस्तानियों
को टैक्स को जकात की तरह समझने के लिए कहा है...जिससे कि वो पैसा उन गरीबों पर
सरकार खर्च कर सके जिन्हें सबसे ज्यादा सेहत आदि मसलों के लिए इनकी जरूरत है...दो
करोड़ पाकिस्तानी बच्चे स्कूल नहीं जाते....आधे से ज्यादा वहां बच्चे कुपोषण के
शिकार हैं...इमरान ने पाकिस्तान के लोगों वादा किया है कि वो एक भी सरकारी पैसे का
दुरुपयोग नहीं होने देंगे...एडवाइजर इशरत हुसैन
की अध्यक्षता में सरकारी फिजूलखर्ची पर रोक लगाने के लिए बाकायदा एक विभाग बनाया
गया है जो सरकार के हर महकमे में खर्च कम करने के लिए सुझाव देगा...
इमरान ने पाकिस्तान
के लोगों से साथ देने की अपील की है...साथ ही उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया है
कि तब्दीली के लिए सबसे पहले वो खुद अपने पर कई बातें अमल करने जा रहे हैं...
मसलन इमरान
इस्लामाबाद में आलीशान प्राइममिनिस्टर
हाउस में ना रह कर इसी के एक थ्री बेडरूम अपार्टमेंट को अपने सरकारी आवास के तौर
पर इस्तेमाल करेंगे...इस अपार्टमेंट का इस्तेमाल पहले प्रधानमंत्री के मिलिट्री
सेक्रेटरी अपने आवास के तौर पर किया करते थे....इमरान तो बनी गला स्थित खुद के
आवास में ही रहना चाहते थे लेकिन सिक्योरिटी कारणों से उन्हें सरकारी थ्री बेडरूम
में रहने का फैसला लेना पड़ा....इमरान प्राइममिनिस्टर हाउस की जगह एक इंटरनेशनल
क्वालिटी के एजुकेशन सेंटर को शुरू करने का एलान कर चुके हैं, जिससे कि वहां
छात्रों को ऊंचे दर्जे की शिक्षा दिलाई जा सके....
इमरान ने
प्राइममिनिस्टर हाउस के 524 कर्मचारियों में से सिर्फ दो को अपने साथ रखने का
फैसला किया है...साथ ही प्राइम मिनिस्टर के बेड़े में जो 84 गाड़ियां थीं, सिर्फ
उनमें से 2 को अपने इस्तेमाल के लिए रखने की घोषणा की है...बाकी सभी गाड़ियों का
ऑक्शन किया जाएगा...इनमें से अधिकतर बुलेटप्रूफ और 5 करोड़ से ऊपर की गाड़ियां
हैं...
तमाम गवर्नर हाउस को
लेकर भी इमरान नई पॉलिसी का एलान जल्द कर सकते हैं...
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राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत तमाम नेताओं और
अधिकारियों के विवेकाधीन कोटे से सरकारी पैसा खर्च करने पर तत्काल प्रभाव से रोक
(इमरान सरकार के सूचना मंत्री फवाद चौधरी का दावा है कि पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने
एक साल में 51 अरब रुपए का विवेकाधीन कोटे के तौर पर इस्तेमाल किया).
- राष्ट्रपति, पीएम, चीफ जस्टिस, सीनेट चेयरमैन,
स्पीकर नेशनल असेम्बली, सभी सीएम अब फर्स्ट क्लास से हवाई यात्रा नहीं कर सकेंगे...सभी
को क्लब/बिजनेस में ही यात्रा करनी होगी...
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प्रधानमंत्री इमरान ने विदेश या घरेलू यात्राओं
के लिए विशेष विमान का इस्तेमाल नहीं करने का फैसला किया है. वे बिजनेस क्लास से
ही यात्रा करेंगे.
- इमरान अपने लिए आधिकारिक प्रोटोकॉल का इस्तेमाल
भी नहीं करेंगे...
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इमरान सरकारी दफ्तरों में पांच दिन के काम की जगह
छह दिन का रूटीन लाना चाहते थे...इसके लिए वो शुक्रवार और शनिवार में से शनिवार की
छुट्टी खत्म करना चाहते थे...पाकिस्तान में 5 डे वीक की शुरुआत 2011 में हुई
थी...कैबिनेट की बैठक में ये तय हुआ कि 5 डे वीक से काम पर असर नहीं हुआ इसलिए इस
व्यवस्था को फिलहाल जारी रखा जाए...साथ ही इससे सरकारी कर्मचारियों की नाराजगी का
भी खतरा है...पाकिस्तान में अब सरकारी दफ्तरों के काम का वक्त सुबह 8 से शाम 4 की
जगह अब सुबह 9 से शाम 5 बजे तक कर दिया गया है...
Sounds good. Let us see how far it is implemented. This will be ideal situation
जवाब देंहटाएंशानदार पहल ।
जवाब देंहटाएंSimilar things were initiated by AK in Delhi . But soon its side affects were visible and soon he got the lesson .
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (28-08-2018) को "आया भादौ मास" (चर्चा अंक-3077) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
इमरान खान ने अच्छी पहल की है लेकिन पाकिस्तान को पटरी पर लाने के लिए लंबा और कठिन सफर तय करना पड़ेगा।
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