हमारे देश में और कुछ हो न हो, फिल्म-टीवी का ग्लैमर युवा पीढ़ी के सिर पर चढ़ कर खूब बोलता है...जिस पर ये नशा चढ़ता है वो खुद को हमेशा ही शीशे में निहारता रहता है...जिम जाकर बॉडी वगैरहा भी बनाने लगता है...अब दिन-रात इसी काम में इतना मग्न हो जाता है कि बाकी दीन-दुनिया की ख़बर रखना मुश्किल हो जाता है...
कल मेरे बेटे ने मुझे यू-ट्यूब पर एक वीडियो दिखाया...इसमे एक विद्याभूषण जी आडिशन देने के लिए आए हुए हैं...वो विद्या के कितने बड़े भूषण हैं, ज़रा इस वीडियो को गौर से देखिए, आप खुद ही समझ जाएंगे...
जिम एक चिड़ियाघर?
जवाब देंहटाएंहोली की ढेरों शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंनीरज
देखा था जी
जवाब देंहटाएंरोडीज के मॉडरेटर्स रघु ने कहा था कि इस देश से जिम और कॉलसेंटर्स बंद कर दिये जायें तो शायद इस देश का नौजवान भी कुछ सामान्य ज्ञान रखे।
रोडीज से माँ-बहन की गालियां हटा दी जायें तो यह प्रोग्राम बहुत कुछ सीखाता है।
प्रणाम
होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं , यह पर्व आपके जीवन में खुशियाँ और उमंग लेकर आये .............
जवाब देंहटाएंजिम का थीम , क्या कहने अयोध्या में महाभारत .
जवाब देंहटाएंहोली की आपको और सभी ब्लोगर जन को हार्दिक
शुभ कामनाएँ.
होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंहोली की हार्दिक शुभकामनाएँ...
जवाब देंहटाएंहे भगवान, ये हैं देश के युवा।
जवाब देंहटाएंभोगविलास के लिए पनप रहे हैं ऐसे युवा। इसी कारण देश में इतना भ्रष्टाचार है क्योंकि ऐसे लोगों को बस पैसा चाहिए। समाज और देश से इन्हें कुछ लेना देना नहीं है। बहुत अच्छा वीडियो था।
जवाब देंहटाएंगुमराह हो रहे हैं कुछ युवक
जवाब देंहटाएंमुझे पूरा रोडीज कार्यक्रम ही बेकार लगता है वह आये ज्यादातर युवा का यही हाल होता है, वैसे देश के युवाओ का यही हाल है | कुछ साल पहले वी टीवी ने युवाओ से सवाल किया था की " वाट / हु इज कोफ़ी अन्नान ? " ज्यादातर ने इसे कॉफ़ी का एक ब्रांड बताया, दिल्ली के युवा "कसाब" को नहीं जानते , ये देश के भविष्य है |
जवाब देंहटाएंहोली की बहुत बहुत शुभकामनाएं|
जवाब देंहटाएंआपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (19.03.2011) को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत की गयी है।आप आये और आकर अपने विचारों से हमे अवगत कराये......"ॐ साई राम" at http://charchamanch.blogspot.com/
जवाब देंहटाएंचर्चाकार:Er. सत्यम शिवम (शनिवासरीय चर्चा)
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जवाब देंहटाएंक्या कहूँ... ? बड़ी दया आती है.... आजकल के युवाओं पर... एक हम हैं... हमारे लिए शरीर बनाना एक साधना है...तपस्या है...
जवाब देंहटाएंजय हिंद...
लव लाक-अप, दादागिरी, डेयर टू डेट, इमोशनल अत्याचार..
जवाब देंहटाएंजय हो टेलीविजन और जय हो युवाओं की..
खुशदीप जी, अगर यही नोजवान हे देश का तो इस देश को भगवान भी नही बचा सकता...
जवाब देंहटाएंहोली की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
शुभकामनायें होली की खुशदीप भाई !
जवाब देंहटाएंसमझ नहीं आ रहा कि प्रतिक्रिया क्या की जाए... युवाओं की आज की हालत पर. . . या ... उन परिस्थितियों पर जो उन्हें सामान्य ज्ञान के आसपास भी नहीं भटकने दे रही है और वक्त पड़ने पर बेशर्मी से उटपटांग उत्तर देती हैं । ब्यूटी पार्लर, जिम वालो सावधान हो जाओ ।
जवाब देंहटाएंसी पी बुद्धिराजा