'कल' डायरी से मिटाइए, 'आज' ऐसे जी कर देखिए...खुशदीप
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मंगलवार, दिसंबर 28, 2010
आज मैं अपनी डायरी से दो दिनों को मिटाऊंगा
बीता हुआ कल और आने वाला कल...
बीता हुआ कल सीखने के लिए था,
आने वाला कल नतीजा होगा उसका,
जो मैं आज कर सकता हूं...
आज मैं ज़िंदगी का सामना करूंगा,
ये मानकर कि ये दिन फिर कभी,
दोबारा नहीं लौटने वाला...
आज आखिरी मौका है,
मैं शिद्दत के साथ जी लूं,
कोई नहीं मुझे आश्वस्त कर सकता कि,
मैं कल का सूरज देखूंगा या नहीं...
आज मैं इतनी हिम्मत दिखाऊंगा,
किसी मौके को हाथ से जाने नहीं दूंगा,
एक ही विकल्प है मेरे पास,
सिर्फ और सिर्फ कामयाबी...
आज मैं निवेश करूंगा,
अपने सबसे मूल्यवान संसाधन,
यानि अपने वक्त का,
सबसे श्रेष्ठ काम में,
यानि अपनी ज़िंदगी में...
आज मैं अपने हर मिनट को,
इस तरह बिताऊंगा,
कि मेरी ज़िंदगी का आज,
सबसे अलग और खास दिन बन जाए...
आज मेरे रास्ते में जो बाधा आएगी,
उससे पार पाऊंगा,
इस विश्वास के साथ कि,
जीत मेरी ही होगी...
आज मैं निराशा छोड़ कर उठूंगा,
दुनिया को जीतूंगा मुस्कान के साथ,
अपनी सारी सकारात्मक ऊर्जा के साथ,
बस इसी उम्मीद से कि,
सब कुछ अच्छा होगा...
आज मैं हर सादे काम को भी
खास अंदाज़ से ख़ास बनाऊंगा
आज मैं ज़मीन पर ही रखूंगा,
अपने कदमों को,
हक़ीक़त समझते हुए...
और सितारे टकटकी लगाकर देखेंगे,
मेरा भविष्य किस तरह गढ़ा जाता है...
आपकी मुस्कान है आपकी सबसे अच्छी दोस्त...इसे किसी और की दोस्त भी बनाइए..
खुश रहिए...ये भी बुद्धिमान होने का एक रास्ता है...
(ई-मेल से अनुवाद)
वहा क्या बात कही है आपने। मैं तो दिन में कई बार बुद्धिमान बनता हूं। सादे काम को खास बनाना तो सही में आसान भी है और मुश्किल भी। पर चलिए कोशिश जारी रहेगी।
जवाब देंहटाएंविश्वास के साथ ही जीत संभव है।
जवाब देंहटाएंवाह बहुत बढिया संदेश है इस रचना में।
बहुत सुन्दर।
जवाब देंहटाएंसच है,
यदि सुधार लें आप, जो वर्तमान है।
वाह वाह क्या बात है ..लगता है आजकल सर्दी ने सबका मूड सन्नाट बनाया हुआ है ...आग तापिए आग ...रोमांटिक ही रहा करिए ..जादा इश्मार्ट लगते हैं ...तभी तो कोई कहेगा ..
जवाब देंहटाएंभईया जी .....इश्माईल ...
बहुत बेहतरीन.... ज़बरदस्त सन्देश देती हुई रचना है... बेहद खूबसूरत!
जवाब देंहटाएंअच्छी संदेश देती रचना .. शुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंजीवन का सार है अगर समझ आ जाए तो ..
जवाब देंहटाएंकल कभी नहीं आता, जो कुछ है वर्तमान है। अच्छी कविता है जिस लेखक ने भी लिखी है उसे बधाई।
जवाब देंहटाएंकब से कोशिश कर रहे हैं जी
जवाब देंहटाएंप्रणाम
बहुत ही सुंदर जीवन मंत्र .............. आप से सीखे है जरूर आजमाएंगे. आभार.
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया रचना है। बधाई।
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना आत्मविशवास जगाती हुई।
जवाब देंहटाएंआज मैं ज़िंदगी का सामना करूंगा,
जवाब देंहटाएंये मानकर कि ये दिन फिर कभी,
दोबारा नहीं लौटने वाला..
..
इन से अधिक वज़नदार बात शायद इस पूरे महीने मैंने नहीं पढ़ी अच्छी नसीहतों से भरा लेख .धन्यवाद्
दुनिया को जीतूंगा मुस्कान के साथ,
जवाब देंहटाएंबुद्धिमान बनने का ये तरीका रोचक है. और आप ने जैसे आज को कहा है वैसा आज हर दिन बन जाए तो जिंदगी क्या खूब हो.
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर बात कही आप ने जी धन्यवाद
जवाब देंहटाएंकविता के माध्यम से बहुत अच्छा सन्देश दिया आपने ...आपका ये उत्साह हमेशा बना रहे शुभकामनाये ...धन्यवाद ...
जवाब देंहटाएंआत्म विश्वास जगाती खूबसूरत प्रस्तुति.आभार.
जवाब देंहटाएंसादर,
डोरोथी.
वर्तमान ही महत्त्वपूर्ण है!
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना!