अमीर बनने का नुस्खा आपको बताऊंगा...ऐसा नुस्खा जिसमें आपकी धन-दौलत छिनने का कभी डर ही नहीं रहेगा, लेकिन पहले ज़िंदगी...
जिंदगी कैसी है पहेली हाय, कभी ये रुलाए, कभी ये हंसाए...
इस पहेली को सुलझा तो नहीं सकता लेकिन आज विद्वान पुरुषों के अनमोल ख़जाने से कुछ मोती निकाल कर आपके साथ ज़रूर बांट सकता हूं...
1. सांप और चींटें
जब सांप ज़िंदा होता है तो चींटें खाता है...जब सांप मर जाता है तो चींटें सांप को खाते हैं...वक्त कभी भी बदल सकता है...ज़िंदगी में कभी किसी की कमतर समझते हुए अनदेखी मत करो...
2.रोज़ नई गलती
एक ही गलती को दुबारा मत करो...कई नई गलतियां इंतज़ार कर रही हैं...हर दिन अलग गलती पर हाथ आजमाओ...सीखने से बेहतर और कोई चीज़ नहीं...
3. जैसी सोचो, वैसी ज़िंदगी
किसी दूसरे का व्यवहार बदलने का सबसे अच्छा तरीका है खुद उसके साथ बदल जाओ...याद रखिए सूरज मक्खन को पिघलाता है तो मिट्टी को कड़ा भी बनाता है...ज़िंदगी वैसी ही होती है, जैसे कि हम सोचते हैं...इसे खूबसूरती के साथ सोचिए....
4. हम बहते धारे हैं
ज़िंदगी समुद्र की तरह है...बिना किनारे हम आगे बढ़ रहे हैं...कुछ भी हमारे साथ नहीं रहता है...साथ रहती हैं तो कुछ लोगों की यादें जो हमें लहरों की तरह छूते हैं...
5. सही अमीर
जब भी आप जानना चाहो कि आप कितने अमीर हो गए हो....अपनी धन-दौलत मत गिनो...बस आंखों में आंसू लाओ...फिर उन हाथों की गिनती करो जो उन आंसुओं को दिल से पोंछने की कोशिश करते हैं...यही असल अमीरी है...
बस आंखों में आंसू लाओ...फिर उन हाथों की गिनती करो जो उन आंसुओं को दिल से पोंछने की कोशिश करते हैं...यही असल अमीरी है..
जवाब देंहटाएंकाश लोग इस बात को समझ पाते !!
महत्वपूर्ण सूक्तियां पढवाने के लिए बहुत-बहुत आभार
जवाब देंहटाएंभैया ...क्या कहूँ....आपने तो आँखें खोल दीं.... सही मायने में अमीर बना दिया...
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी लगी यह पोस्ट....दिल को छू गई.....
जय हिंद....
Bahut achchi suktiyan..bahut bahut shukriya
जवाब देंहटाएंयाद रखिए सूरज मक्खन को पिघलाता है तो मिट्टी को कड़ा भी बनाता है..बिलकुल सही कहा आप ने, एक एक शव्द दिल मे उतरा है आप का धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबस आंखों में आंसू लाओ...फिर उन हाथों की गिनती करो जो उन आंसुओं को दिल से पोंछने की कोशिश करते हैं...यही असल अमीरी है...
जवाब देंहटाएंसटीक बातें
एक एक बात हजार बातों से बढकर
समुद्र की तरह जिंदगी ...किनारों से टकरा कर लौट जाती लहरे ....मत देखो कि कितनी लहरों ने छुआ ..देखो कि कौन सी लहर जज्ब हो गयी ...पुरानी इन्टरनेट बोध कथा याद आ गयी ...
जवाब देंहटाएंसबसे ज्यादा अमीर वही जिसके आंसुओं ने सबसे ज्यादा दिल दुखाये ...!!
जे गरीब पर हित करें, ते रहीम बड़ लोग।
जवाब देंहटाएंकहा सुदामा बापुरो, कृष्ण-मिताई जोग।।
कृतार्थ भए भंते !
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा सुक्तियाँ लाये हैं..एक जीवन दर्शन!
जवाब देंहटाएंसुंदरम् सत्यम् शिवम्!
जवाब देंहटाएं"सूरज मक्खन को पिघलाता है तो मिट्टी को कड़ा भी बनाता है..."
जवाब देंहटाएंवाह खुशदीप जी!
क्या बात कही है ओय तौबा ...
ज़िंदगी समुद्र की तरह है.nice
जवाब देंहटाएंवाह बहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंअमीरी के बहुत बढ़िया नुस्खे दिए हैं।
जवाब देंहटाएंअंतिम पंक्तियों में जिंदगी का सार है।
बहुत बढ़िया..रुपयों और पैसों वाले अमीर के अमीरी की कोई उम्र नही होती..इसकी नींव बस पैसों पर टिकी होती है पैसा गया सब गया..सच में अमीर कौन है ये आपने बिल्कुल सत्य बताया...
जवाब देंहटाएंबहुत बेहतरीन सुक्तियां, आभार.
जवाब देंहटाएंरामराम.
MUJH KO MUFLIS MAT SAMAJHIYE
जवाब देंहटाएंPAS MERE KYA NAHIN
DARD KI DAULAT NAHIN
K GAM KA SARMAAYA NAHIN
इस प्रेरक पोस्ट के लिये धन्यवाद
जवाब देंहटाएंमेरा अहोभाग्य है जो मैं यह पोस्ट पढ पाया
प्रणाम स्वीकार करें
इस को पढ़ने के बात एक दिल से आवाज निकली, आपकी खिदमत में।
जवाब देंहटाएंकहूँ तो क्या कहूँ,
चुप रहूँ तो कैसे रहूँ,
शब्द आते होठों पर
नि:शब्द हो जाते हैं।
ढूँढने निकल पड़ता हूँ
जो खो जाते हैं।
फिर मिलता है एक शब्द
अद्बुत
वो कमतर सा लगता है
तुम ही बतला देना
सूर्य को क्या दिखाऊं।
एक से बढ़कर एक सूक्तियां...पर मेरा मन तो तस्वीर ने मोह लिया..बस जी कर रहा है...ऐसी ही एक पेंटिंग बना डालूं.....अच्छी नज़र है आपकी
जवाब देंहटाएंएक ही गलती को दुबारा मत करो...कई नई गलतियां इंतज़ार कर रही हैं...हर दिन अलग गलती पर हाथ आजमाओ...सीखने से बेहतर और कोई चीज़ नहीं...
जवाब देंहटाएंवाह बहुत बढ़िया
wah..kya baat kahi hai
जवाब देंहटाएं100 aane sach.. :)
भई हम तो वाकयी में अमीर हो गए। बढिया पोस्ट, बधाई।
जवाब देंहटाएंवाह जी बस बल्ले बल्ले :)
जवाब देंहटाएं5. सही अमीर
जवाब देंहटाएंजब भी आप जानना चाहो कि आप कितने अमीर हो गए हो....अपनी धन-दौलत मत गिनो...बस आंखों में आंसू लाओ...फिर उन हाथों की गिनती करो जो उन आंसुओं को दिल से पोंछने की कोशिश करते हैं...यही असल अमीरी है...
sahi baat kahi..........magar aajkal aise hath milte kahan hain sabhi pair ke neeche se jameen bhi khiska lena chahte hain.
bahut badhiyaan baat bol gaye hain aap baba ji..
जवाब देंहटाएंmera haath dekh kar bataiyega zara ham ameer bane hain ki nahi ? :):)
5. सही अमीर
जब भी आप जानना चाहो कि आप कितने अमीर हो गए हो....अपनी धन-दौलत मत गिनो...बस आंखों में आंसू लाओ...फिर उन हाथों की गिनती करो जो उन आंसुओं को दिल से पोंछने की कोशिश करते हैं...यही असल अमीरी है...
वाह!!बेहतरीन सुक्तियां.....आभार
जवाब देंहटाएंhttp://kavyamanjusha.blogspot.com/
इस पैमाने से हमारा नाम "बी.पी.एल." सूची में पक्का।
जवाब देंहटाएंsat vachan..
जवाब देंहटाएंis lihaaz se hum bhi ameer hue...
जवाब देंहटाएंWah bhaia... sach me asli Khazana luta diya aapne to aaj.. :)
जवाब देंहटाएंJai Hind...
u r great..zindgi ka falsfa smjhane ke liye shukriya.
जवाब देंहटाएंलाजवाब.............बिलकुल सही कहा आपने जिंदगी हर पल बदलती है और हमें गलतियों से सीखना चाहिए न कि उन्हें दोहराना ।
जवाब देंहटाएंaapne bhut achhi bat kahi is trah se aur publish kariye thank u
जवाब देंहटाएंaccha
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