लहू को लहू पुकारा है...खुशदीप





2006 में अलग राहें पकड़ने के बाद पहली बार अंबानी भाई और उनके परिवार सार्वजनिक तौर पर इतने प्यार से मिलते दिखे...गुजरात के जूनागढ़ के चोरवाड़ कस्बे से ही धीरूभाई अंबानी ने सपनों की उड़ान भरी थी...जिस घर में वो कभी किराए पर रहे अब उसी को धीरूभाई के स्मारक का रुप दे दिया गया है...28 दिसंबर को धीरूभाई की 80वीं जयंती के मौके पर स्मारक के दो दिवसीय उद्घाटन समारोह के लिए धीरूभाई की पत्नी कोकिलाबेन तो 26 दिसंबर को ही पहुंच गई थीं...27 को मुकेश-नीता और अनिल-टीना भी अपने-अपने बच्चों के साथ चोरवाड़ में थे..चोरवाड़ी मंदिर में भवानी की पूजा हो या रास गरबा...या फिर परिवार के गुरु रमेश ओझा जी के प्रवचन में पूरे कुनबे की शिरकत, कहीं भी दोनों भाइयों या उनके परिवारों ने ऐसा नहीं लगने दिया कि कभी उनमें बंटवारा भी हुआ है...बिजनेस के लफड़ों या दोस्त-करीबियों से दूर सिर्फ परिवार के लोग ही इन लम्हों को भरपूर जीते हुए...

अंबानी परिवार का आत्मीय मिलन इस वीडियो में देखिए...





अब दोनों भाइयों के लिए रफ़ी साहब की आवाज़ में ये गाना सुनिए...







और अगर आप बड़े सपने देखने के शौकीन हैं तो धीरूभाई पर बनी फिल्म गुरु का ये सीक्वेंस देखिए...


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9 टिप्पणियाँ
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  1. भाई भाई मिल कर रहें तो क्या ही अच्छा हो.

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