tag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post4650942195049070680..comments2024-01-01T20:06:53.230+05:30Comments on देशनामा: न बोसॉन न फर्मिऑन, हम बस छिछोरिऑन...खुशदीपKhushdeep Sehgalhttp://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-1105585237999743582011-03-28T08:00:42.315+05:302011-03-28T08:00:42.315+05:30मजे हैं न्यूटनजी के फ़ालोवर के। :)मजे हैं न्यूटनजी के फ़ालोवर के। :)अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-68680417898690431772011-03-27T19:19:06.862+05:302011-03-27T19:19:06.862+05:30अब समझ में आया कि क्लासिकल फिजिक्स क्या होता है।अब समझ में आया कि क्लासिकल फिजिक्स क्या होता है।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-64737772010742408152011-03-27T18:23:09.712+05:302011-03-27T18:23:09.712+05:30छिछोरिऑन तो सर्वव्यापक है। lagata hai kahi kuch co...छिछोरिऑन तो सर्वव्यापक है। lagata hai kahi kuch coldwar chal raha hai......<br /><br /><br />jai baba banaras.........Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07499570337873604719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-30567649623574723622011-03-27T13:01:48.321+05:302011-03-27T13:01:48.321+05:30उस्ताद क्यों उस्ताद रहता है, ये आपको यहां डॉ अमर क...<i>उस्ताद क्यों उस्ताद रहता है, ये आपको यहां डॉ अमर कुमार जी की दूसरी टिप्पणी से पता चल जाएगा...<br /><br />क्या कहा, कुछ पढ़ा ही नहीं जा रहा है...<br /><br />इसे पढ़ने के लिए मेरे जैसे शागिर्द की नज़र चाहिए...<br /><br />डॉ अमर कुमार जी ने मुझे इनविज़िबल राइटिंग में समझाया है-<br /><br />ओ छोटे मियां दीवाने, ऐसे न बनो,<br />हसीना क्या चाहे, हमसे सुनो...<br /><br />जय हिंद...</i>Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-40701229949994205292011-03-27T12:58:06.618+05:302011-03-27T12:58:06.618+05:30डॉ अमर कुमार जी,
लाख जन्म ले लूं फिर भी आप जैसा नह...<i>डॉ अमर कुमार जी,<br />लाख जन्म ले लूं फिर भी आप जैसा नहीं बन सकता...<br /><br />शागिर्द हमेशा शागिर्द रहेगा, उस्ताद हमेशा उस्ताद...<br /><br />जय हिंद...</i>Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-72599577484433465732011-03-27T11:05:46.879+05:302011-03-27T11:05:46.879+05:30..डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-59463533806802243612011-03-27T11:05:36.821+05:302011-03-27T11:05:36.821+05:30यह पोस्ट पढ़ने के बाद
हर आम-ओ-ख़ास को इत्तिल्ला दी ...<i><br />यह पोस्ट पढ़ने के बाद <br />हर आम-ओ-ख़ास को इत्तिल्ला दी जाती है<br />कि आज से खुशदीप मेरा उस्ताद और मैं उसका शागिर्द ।<br />उनको हमारे अस्थायी ज़मूरे के पद से कार्यमुक्त किया जाता है ।<br />बड़ी अच्छी उड़ान लगायी थी, किन्तु बड़ी जल्दी मुँडेर पर आ गिरे ! <br /></i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-25603873489164194002011-03-27T09:31:32.652+05:302011-03-27T09:31:32.652+05:30छिनार(या )न भी कुछ है :)छिनार(या )न भी कुछ है :)Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-87669881454919281572011-03-27T09:10:19.631+05:302011-03-27T09:10:19.631+05:30अमर भैया की जय हो ॥
खुद को इलेक्ट्रौन कह रहे हो...अमर भैया की जय हो ॥ <br /><br />खुद को इलेक्ट्रौन कह रहे हो ! मियां इलेक्ट्रौन तो नेगेटिवली चार्ज्ड होते हैं । और फोटोन तो पार्टिकल ही नहीं होते । और चार्ज सिर्फ पार्टिकल में होता है ।<br /><br />हा हा हा ! कुछ ज्यादा ही गड़बड़ घोटाला हो गया ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-78580119934947454532011-03-27T08:34:12.494+05:302011-03-27T08:34:12.494+05:30यदि ९.८ की रफ़्तार से सैंडल आये तो पलायन वेग से भाग...यदि ९.८ की रफ़्तार से सैंडल आये तो पलायन वेग से भागना ही श्रेयस्कर है । मस्त पोस्ट है Smiles..ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-87961301832791236652011-03-27T08:30:52.929+05:302011-03-27T08:30:52.929+05:30महान है आप :)महान है आप :)वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-14382297781625284162011-03-27T07:53:48.307+05:302011-03-27T07:53:48.307+05:30बताईये, बीच में कितना बड़ी रिक्तता आ गयी थी, आपने ...बताईये, बीच में कितना बड़ी रिक्तता आ गयी थी, आपने पूरी कर दी, न जाने कितने लोग निश्चय नहीं कर पा रहे हैं। आभार।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-42334576558658882452011-03-27T06:57:03.480+05:302011-03-27T06:57:03.480+05:30खुशदीप भाई आपने सही कहा की बोसॉन और फर्मिऑन के बीच...खुशदीप भाई आपने सही कहा की बोसॉन और फर्मिऑन के बीच छिछोरिऑन भी होता है ,लेकिन हर किसी को छिछोरिऑन नहीं कहा जा सकता.....सार्थक चिंतन और सार्थक सोच के समूह में शामिल होते ही छिछोरिऑन भी बोसॉन के गुणों को अपनाने लगता है...इसलिए बोसॉन बनने और बनाने का प्रयास जारी रखना चाहिए....आज कुछ स्वार्थी धनपशुओं द्वारा अपने निहित गंदे स्वार्थ की वजह से छिछोरिऑन को हर जगह सम्मान या प्रोत्साहन दिलाने तथा बोसॉन के महत्व को खत्म करने की साजिश की जा रही है जिसे हमसब मिलकर रोकने का काम कर सकते है और हर जगह बोसॉन को सम्मानित व प्रोत्साहित कर समाज को बरबाद करने की साजिश की नाकाम कर सकते हैं...honesty project democracyhttps://www.blogger.com/profile/02935419766380607042noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-90333795622859390912011-03-27T06:54:25.347+05:302011-03-27T06:54:25.347+05:30प्रवीण जी की पोस्ट यहाँ लेकर आई...वहाँ लिखा--मैं क...प्रवीण जी की पोस्ट यहाँ लेकर आई...वहाँ लिखा--मैं क्या हूँ.....सोच रही हूँ....उत्तम पोस्ट...<br />यहाँ ---- मैं....सोच रही हूँ.....उत्तम.....हा हा हाArchana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-73873181069583715212011-03-27T00:38:53.470+05:302011-03-27T00:38:53.470+05:30हा हा!! प्रवीण जी को पढ़ते यह ख्याल न आ पाया...अब ...हा हा!! प्रवीण जी को पढ़ते यह ख्याल न आ पाया...अब मलाल हो रहा है. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-36491916092405021312011-03-27T00:22:38.862+05:302011-03-27T00:22:38.862+05:30अजी अभी चार महीने पहले ही इस छिछोरिऑन पर बात बहुत...अजी अभी चार महीने पहले ही इस छिछोरिऑन पर बात बहुत बिगड गई थी :) आज फ़िर... आप की पोस्ट पढते पढते मजा आने लगा तो सेंडिल दिखा दिया.... बाप रे. अजी इस सेडिंल वाली को साथ मे दिखाते तो डर कुछ कम लगता... कम से कम उस के चेहरे से दिख तो जाता कि पारा कितना चढा हे...तोबा हे जी इस छिछोरिऑन सेराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-54459916855625560552011-03-26T23:46:51.367+05:302011-03-26T23:46:51.367+05:30होली के बिदा हो रहे मूड में बोसान व फर्मिआन के मध्...होली के बिदा हो रहे मूड में बोसान व फर्मिआन के मध्य छिछोरिआन की बढिया घालमपेल.Sushil Bakliwalhttps://www.blogger.com/profile/08655314038738415438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-28181517846731361602011-03-26T23:04:25.769+05:302011-03-26T23:04:25.769+05:30प्रवीणजी की पोस्ट अभी पढी नहीं है लेकिन पत्रकार क...प्रवीणजी की पोस्ट अभी पढी नहीं है लेकिन पत्रकार कैसे बना जाता है यह राज जान लिया है। लगे रहो मुन्ना भाई।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-31899630877585988392011-03-26T22:58:55.098+05:302011-03-26T22:58:55.098+05:30जय हो महाराज ...!!जय हो महाराज ...!!शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-65692752729734754782011-03-26T22:52:55.554+05:302011-03-26T22:52:55.554+05:30हां जी.. हम भी कभी इलैक्ट्रान थे ... इस जन्म में अ...हां जी.. हम भी कभी इलैक्ट्रान थे ... इस जन्म में अमरत्व नहीं मिल पाया .. और अब इसका करेंगें भी क्या ..सी पी बुद्घिराजाchander prakashhttps://www.blogger.com/profile/16586873289693565579noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-50958473020022496892011-03-26T22:52:39.660+05:302011-03-26T22:52:39.660+05:30बढ़िया है यह छिछोरियान भी. प्रवीण जी के शब्दकोष मे...बढ़िया है यह छिछोरियान भी. प्रवीण जी के शब्दकोष में इजाफा हुआ :-) <br />हार्दिक शुभकामनायें आपको !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-39711337094418698342011-03-26T22:49:57.695+05:302011-03-26T22:49:57.695+05:30एस्केप वेलोसिटी भी तो बड़ा हिस्सा है. जब पीछे पड़ा ह...एस्केप वेलोसिटी भी तो बड़ा हिस्सा है. जब पीछे पड़ा हो बाप तो एस्केप वेलोसिटी वाले वेग से तुरत भागिये आप...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-57003757978080871962011-03-26T22:30:41.271+05:302011-03-26T22:30:41.271+05:30छिछोरिऑन तो सर्वव्यापक है। पदार्थ के कान्स्टीट्यूए...छिछोरिऑन तो सर्वव्यापक है। पदार्थ के कान्स्टीट्यूएंट (त्रिगुण) में से एक है। रजोगुण कहते हैं शायद उसे। पदार्थ के प्रत्येक कण में वह विराजमान है। बस कभी उस की अभिव्यक्ति होती है कभी नहीं होती।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com