tag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post1289191402001421747..comments2024-01-01T20:06:53.230+05:30Comments on देशनामा: मां की जगह बाप ले नहीं सकता, लोरी दे नहीं सकता...खुशदीपKhushdeep Sehgalhttp://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-71425133808887667482010-06-22T02:30:57.584+05:302010-06-22T02:30:57.584+05:30बहुत समय बाद यह गीत सुना आज.बहुत समय बाद यह गीत सुना आज.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-31130361893666114202010-06-22T02:30:11.488+05:302010-06-22T02:30:11.488+05:30अब पढ़ पाये...फादर्स डे की आपको बधाई एवं शुभकामनाए...अब पढ़ पाये...फादर्स डे की आपको बधाई एवं शुभकामनाएँ.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-40311713263673472192010-06-21T12:41:43.407+05:302010-06-21T12:41:43.407+05:30हम दिन में 5-10 मिनट उनसे बोल भी नहीं सकते तो कम स...हम दिन में 5-10 मिनट उनसे बोल भी नहीं सकते तो कम से कम पास बैठ तो सकते हैं, उतना भी माता-पिता के लिये दूसरी सभी खुशियों से ज्यादा खुशी दे जाता है।<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-89066948287795674702010-06-21T08:11:23.246+05:302010-06-21T08:11:23.246+05:30कोई डे विशेष मनाने की जरूरत नही है यदि हम रोज ही अ...कोई डे विशेष मनाने की जरूरत नही है यदि हम रोज ही अपनों को अपना समझ प्यार दें, उनका लिहाज करें। बढिया लिखा आपने। शुक्रिया।सूर्यकान्त गुप्ताhttps://www.blogger.com/profile/05578755806551691839noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-16222590380124886672010-06-21T08:11:20.216+05:302010-06-21T08:11:20.216+05:30बिलकुल सही लिखा आपनेबिलकुल सही लिखा आपनेAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-47933821332937500042010-06-21T07:00:02.806+05:302010-06-21T07:00:02.806+05:30बहुत अच्छा लिखा है आपने। बधाई।बहुत अच्छा लिखा है आपने। बधाई।संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-34419389885233114032010-06-21T05:37:48.868+05:302010-06-21T05:37:48.868+05:30पिता माँ की जगह नहीं ले सकता ...मगर खुद उसकी जगह भ...पिता माँ की जगह नहीं ले सकता ...मगर खुद उसकी जगह भी कहाँ कम है ..<br />अच्छी रोचक पोस्ट ..!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-10632655073339875312010-06-20T23:15:36.795+05:302010-06-20T23:15:36.795+05:30एक दिन - फादर्स डे
बाकी दिन - फ़ॉर अदर्स डे<i><br /><b><br />एक दिन - फादर्स डे<br />बाकी दिन - फ़ॉर अदर्स डे<br /></b></i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-87617483554029758322010-06-20T22:49:45.152+05:302010-06-20T22:49:45.152+05:30भैया... मुझे तो मेरे मम्मी-पापा दोनों याद रहे हैं ...भैया... मुझे तो मेरे मम्मी-पापा दोनों याद रहे हैं .....<br /><br />जय हिंद...डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-80189496792048448112010-06-20T21:32:47.592+05:302010-06-20T21:32:47.592+05:30जीते जी थोड़ी देर भी साथ भर देने का प्रयत्न करें ...जीते जी थोड़ी देर भी साथ भर देने का प्रयत्न करें तो भी उनके प्रति न्याय हो जायेगा !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-66305106348750761682010-06-20T19:27:05.018+05:302010-06-20T19:27:05.018+05:30bahut sahi kaha bhai
sach yahi haibahut sahi kaha bhai <br /><br />sach yahi haiAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-61053705005498544232010-06-20T18:23:12.355+05:302010-06-20T18:23:12.355+05:30ये फादर्स डे या मदर्स डे के चोंचले छोड़कर बस इतनी ...<b>ये फादर्स डे या मदर्स डे के चोंचले छोड़कर बस इतनी कोशिश की जाए कि दिन में सिर्फ पांच-दस मिनट ही बुज़ुर्गों के साथ अच्छी तरह हंस-बोल लिया जाए...यकीन मानिए इससे ज़्यादा और उन्हें कुछ चाहिए भी नहीं..</b><br />सटीक बात !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-6464892806094726132010-06-20T17:24:01.299+05:302010-06-20T17:24:01.299+05:30उम्दा पोस्ट.उम्दा पोस्ट.देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-60488384720563581872010-06-20T17:01:02.643+05:302010-06-20T17:01:02.643+05:30हम तो रोज ही पितृ दिवस मानते हैं, पिताजी का मान ही...हम तो रोज ही पितृ दिवस मानते हैं, पिताजी का मान ही उनके लिये बहुत है, और वही पितृ दिवस होता है।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-16582564611312816582010-06-20T16:37:40.051+05:302010-06-20T16:37:40.051+05:30भई आज के पिता भई कम नहीं। औऱत ने मोर्चा संभाला है ...भई आज के पिता भई कम नहीं। औऱत ने मोर्चा संभाला है बाहर तो आदमी भी बच्चों को टाइम न देने पर अपने को अपराधी महसूस करता है। हिंदुस्तान के रविवासरीय में अच्छा आलेख है। मैं उससे पूरी तरह सहमत हूं। हर समय से हिसाब से पिताओं ने अपना रोल निभाया है।Rohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-58848910249516053152010-06-20T15:26:57.731+05:302010-06-20T15:26:57.731+05:30मां की जगह बाप ले नहीं सकता, लोरी दे नहीं सकता
हम ...मां की जगह बाप ले नहीं सकता, लोरी दे नहीं सकता<br />हम उन किताबों को काबिल-ए-ज़ब्ती समझते हैं,<br />जिन्हें पढ़कर बेटे बाप को ख़ब्ती समझते हैं...<br />मां के दूध का कर्ज या बाप के फ़र्ज का हिसाब कुछ भी कर लो नहीं चुकाया जा सकता...ये फादर्स डे या मदर्स डे के चोंचले छोड़कर बस इतनी कोशिश की जाए कि दिन में सिर्फ पांच-दस मिनट ही बुज़ुर्गों के साथ अच्छी तरह हंस-बोल लिया जाए...यकीन मानिए इससे ज़्यादा और उन्हें कुछ चाहिए भी नहीं...<br />mai bhi esase sahmat hu achchi postanshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-8812031942696460172010-06-20T15:12:12.244+05:302010-06-20T15:12:12.244+05:30बहुत खुब मेरा तो हर दिन ही फ़ादर डे है जी, लेकिन मा...बहुत खुब मेरा तो हर दिन ही फ़ादर डे है जी, लेकिन मां कभी बाप नही बन सकती, ओर बाप कभी मां नही बन सकता, जब कि बाप ऊपर से सख्त लेकिन अंदर से मां से भी नर्म दिल होता हैराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-64055604214404594532010-06-20T14:40:29.787+05:302010-06-20T14:40:29.787+05:30खुशदीप भाई, यहाँ मैं आपसे थोड़ी अलग सोच रखता हूँ......खुशदीप भाई, यहाँ मैं आपसे थोड़ी अलग सोच रखता हूँ..................अगर ज़िन्दगी में कभी ऐसा मौका आ पड़े तो पिता भी लोरी दे सकता है !<br /><br />आप को पितृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाऎँ !!शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-64997766859838839822010-06-20T13:26:15.359+05:302010-06-20T13:26:15.359+05:30जिस दिन भी पिता खुश है वही दिन हैप्पी फ़ादर डे हैजिस दिन भी पिता खुश है वही दिन हैप्पी फ़ादर डे हैdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3612481285579605340.post-18207559993015166262010-06-20T12:58:39.827+05:302010-06-20T12:58:39.827+05:30हम उन किताबों को काबिल-ए-ज़ब्ती समझते हैं,
जिन्हें...हम उन किताबों को काबिल-ए-ज़ब्ती समझते हैं,<br />जिन्हें पढ़कर बेटे बाप को ख़ब्ती समझते हैं...samay ke sath sab kuchh badla to ..bete bhi badale ja rahe hain...badhayeeकमलेश वर्मा 'कमलेश'🌹https://www.blogger.com/profile/00826133201795019152noreply@blogger.com